कोरोना के बाद इस बीमारी ने दी दसतक, अलास्कापॉक्स से हुई एक की मौत

कोरोना ने पूरी दुनियां में भय का माहौल बना दिया था। कोरोना की वजह से करोड़ों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।आज भी कोरना का नाम सुन कर लोग डर से कांपने लगते है। अब एक ताजा रिर्पोट सामने आई है जिस से पता चलता है। अलास्कापॉक्स नाम कीनई बीमारी ने लोगों के होश उड़ाए है। अमेरिका में अलास्कापॉक्स एक शख्स की बीमारी से मौत हो गई।

आप को बताते चलें के अलास्कापॉक्स बीमारी का मामला 2015 में सामने आया था यह पहला केस था, अभितक अलास्का में इस बीमारी से 6 लोगों की मौत हुई है। यह सर्वे 9 साल का है, और वही पिछले हफ्ते एक और अलास्कापॉक्स बीमारी से संक्रमित व्यक्ति की मौत हुई है। इस बीमारी से लोगों में खोफ का माहोल बना हूवा है।

आप को यह बताते चले के इस बीमारी का पहला केस अमेरिका के अलास्कापॉक्स से आया था, इसी वजह से इस बीमारी का नाम अलास्कापॉक्स रखा गया। इस वायरस का वैज्ञानिक नाम आर्थोपॉक्स वायरस है, आर्थोपॉक्स वायरस के संक्रमित लोगों की स्किन पर स्मॉल पॉक्स जैसे निशान बन जाते है।

यह वायरस इंसान और जानवरों को संक्रमित कर सकता है। यह वायरस ईट के आकार के होते है। इस के संक्रमित लोगों की स्किन पर चकते दाने सूजन की तरह फूल जाते है। वहीं लिंफ नोड्स भी हो सकते है। जिससे गर्दन के आसपास सूजन होने लगती है। इसके साथ ही ज्वाइंट और मांसपेशियों में दर्द करने लगता है।

यह बीमारी जानवरों में पाई जाती है, अब इस से इन इंसान भी इनफेक्ट हो रहे हैं। लेकिन इंसान से इंसान में फेलने का कोई केस सामने नहीं आया है। लिकन चिंता इस बात की है अगर अलास्कापॉक्स से इंसान से इंसान में यह बीमारी पाई जाने लगी तो कॉरोना की तरह भय का माहोल होजाएगा। अच्छी बात यह है की बीते 9 साल में कुल 7 मामले देखे गए हैं।

इन मैं ज्यादा तर में थोड़े से लक्षण मिले है। जो 8 दिन में ठीक होगए है। यह बीमारी सबसे पहले जानवरों में होती है। इसलिए अपने जानवरों को इस इस बीमारी से बचा ने की कोशिश करें। और इस बीमारी की अभी तक कोई दवा भी नहीं बनी है।

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