जब आप किसी ट्रेन के स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे होते हैं, तब आपको देखने को मिलता है कुछ लोग सिर्फ जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे होते हैं. लेकिन क्या आपको मालूम है ऐसा करना कानूनी तौर पर सही है या गलत, तो चलिए आज आपको इससे जुड़े रेलवे के सभी नियम के बारे में बताते हैं, और इसके अलावा हम आपको ये भी बताएंगे कि क्या आप ऐसा सभी ट्रेनों में कर सकते हैं या फिर कुछ खास ट्रेनों में ही ये सुविधा उपलब्ध है.
जनरल टिकिट ले कर स्लीपर में मुसाफरी के बारे में क्या कहता है रेलवे का नियम जानिए।
भारतीय रेलवे के नियम के अनुसार कुछ ट्रेनों में यात्रियों को ऐसी सुविधा मिलती है. हालांकि, जनरल टिकिट ले कर स्लीपर में मुसाफरी करने की सुविधा हर ट्रेन में उपलब्ध नहीं है. आप इस खास सुविधा का लाभ सिर्फ कुछ अलग-अलग जॉन की कुछ ट्रेनों में ही उठा सकते हैं. सबसे बड़ी बात कि ऐसा करने पर आप पर TTE कोई भी फाइन या जुर्माना नहीं वसूल सकता है.
जनरल टिकिट ले कर स्लीपर में मुसाफरी की सुविधा बिहार की ट्रेनों में मिलती है।
आपको यह सुविधा बिहार की सिर्फ कुछ प्रमुख ट्रेनों में ही मिलती है. जिनमे से एक ट्रेन दिल्ली से दरभंगा के बीच चल रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस. आप इस ट्रेन में सोनपुर से लेकर दरभंगा के बीच जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में भी यात्रा कर सकते हैं. और इसी तरह से दिल्ली से लेकर सहरसा के बीच चल रही वैशाली एक्सप्रेस में यात्री सोनपुर से लेकर बरौनी के बीच जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में यात्रा कर सकते हैं.
जनरल टिकिट ले कर स्लीपर में मुसाफरी करने की सुविधा कहा नहीं मिलती।
भारतीय रेलवे का उत्तर रेलवे इस तरह की सुविधा आपको नहीं देता. उत्तर रेलवे का कहना है, कि वह अपने इलाके से जा रही किसिभी ट्रेनों में इस तरह की कोई भी सुविधा नहीं देता है. यानी आप उत्तर रेलवे की किसी भी ट्रेन में जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में मूसाफरी कर रहे हैं तो आप पर TTE फाइन लगा सकता है और जुर्माना भी ले सकता है. इसीलिए आपने देखा होगा कि उत्तर रेलवे की ट्रेनों में अक्सर TTE ऐसे लोगों पर फाइन लगाते हुए मिल जाते हैं।
किया आप जानते हो दुनिया का सबसे खतरनाक जिव कोनसा है।